☀️सूर्यग्रहण 2022:☀️
साल का आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 15 मिनट से शाम 06 बजकर 02 मिनट तक भारत में दृश्य रहेगा।यह ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में होगा।यह न केवल एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है बल्कि ज्योतिष शास्त्र में भी इसका अत्यंत महत्व है । ग्रहण किसी राशि को विशेष मालामाल कर देगा और किसी राशि को विशेष तबाह कर देगा मैं इस बात से मतभेद रखती है । ग्रहण का प्रभाव आपको अपनी दशा अंतर्दशा के अनुसार मिलेगा किन्तु ग्रहण का आध्यात्मिक उन्नति वे ग्रह बाधा निवारण के लिए निश्चित रूप से लाभ लिया जा सकता है।
स्वयं को स्वयं से और अध्यात्म से जोड़ने का समय है।
ग्रहण के दौरान कुछ नियमों का विशेष ध्यान रखें:
धर्मशास्त्र के अनुसार, सूतक काल और ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखना होगा। ग्रहणकाल में गर्भवती महिलाएं अपने पास कुश और गंगाजल रख लें। साथ ही साफ कुश को पके हुए भोजन में डाल दें। वहीं बालक, वृद्ध और रोगियों को छोड़कर किसी को भी भोजन नहीं करना चाहिए। ग्रहण के समय मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और भक्तों को मानसिक जप करना चाहिए। मन ही मन ‘ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जप करते रहना चाहिए। ग्रहण खत्म हो जाने के बाद तांबे का पात्र, अन्न, लाल कपड़ा, मसूर दाल, लाल फल आदि चीजों का दान करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्याष्टकम व सूर्यदेव के मंत्रों का जाप करें,
सूतक काल समाप्त हो जाए तो घर को साफ करें।
पूजा स्थल पर गंगाजल छिड़कें और घर को शुद्ध करें।
ग्रहण काल में दांतों की सफाई और बालों में कंघी नहीं करनी चाहिए,ग्रहण के समय मल, मूत्र और शौच जैसे कार्य करना
भी वर्जित है।साथ ही इस दौरान चाकू और कैंची जैसी नुकीली चीजों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान सोना अशुभ माना जाता है।
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से न देखें।
सूर्य ग्रहण का राशियों पर असर:
मेष राशि- वैवाहिक जीवन और जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता होगी। व्यापार में विशेष सावधानी रखें।बजरंग बाण का पाठ करें ।
वृषभ राशि- शत्रुओं से सावधान रहने की आवश्यकता ,कोई आपकी छवि बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। यदि आप कोई ऋण लेने जा रहे हैं तो सतर्क रहें स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जप करें।
मिथुन राशि- संतान और रिलेशनशिप को लेकर विशेष सावधान रहें।विद्यार्थियों को भी विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता।गणेशमंत्रों का जाप करें क्योंकि मैं।
कर्क राशि- पारिवारिक जीवन में मतभेद वह मनमुटाव की संभावना।घर, संपत्ति या वाहन से संबंधित समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।माता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें ।ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि- छोटे भाई बहन व दोस्तों के साथ मनमुटाव की संभावना अचानक यात्रा के संयोग। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की भी जरूरत है।सूर्य मंत्रों का जाप करें।
कन्या राशि- आज बोलते समय विशेष सावधानी बरतें। किसी को भी उल्टा-सीधा बोलने से बचें। दूसरी ओर आपको अपने खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी।
कन्या राशि- वाणी में संयम बरतें,आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। वाहन सावधानी से चलाएं,खानपान का विशेष संयम बरतें। सूर्यगायत्री मंत्र का जाप करें।
तुला राशि- मान सम्मान में कमी आ सकती है ।स्वास्थ्य को लेकर विशेष सावधान रहें ।उच्च अधिकारियों से के साथ तनाव की स्थिति बन सकती है। श्रीराम रक्षा स्तोत्र व हनुमान चालीसा पढ़ें ।
वृश्चिक राशि- खर्चों में अनायास वृद्धि , निवेश के लिए प्रतिकूल समय ,विदेश यात्रा के लिए समय अनुकूल नहीं ।रिश्तों और संबंधों का ध्यान रखे।माँ दुर्गा का ध्यान करें माँ दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।
धनु राशि- आय के साधन प्रभावित होने की संभावना,पैसे उधार देने से बचें। बड़े भाई बहनों व समाज के प्रतिष्ठित लोगों से संबंधों में तनाव की संभावना,वाद-विवाद से दूर रहें।गुरु मंत्र का जाप करें व पीली चीज़ों का विशेष रूप से दान करें।

मकर राशि- करियर में विशेष सावधानी बरतने का समय ,मेहनत का अनुकूल फल नहीं मिल पाएगा ,संयम से काम लें।पिता के साथ संबंधों में तनाव की संभावना ,उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।शनि मंत्रों का जाप करें।
कुंभ राशि- यात्रा में विशेष सावधानी रखें।धार्मिक मान्यताओं को लेकर कुतर्क करने से बचें ।ग्रहण के बाद धर्मस्थल की यात्रा अवश्य करें।ईष्ट व गुरु मंत्रों का जाप करें ।
मीन राशि-यह समय आपके लिए अचानक संकट खड़े कर सकता है ,ये संकट स्वास्थ्य से संबंधित ,परिवार जनों के स्वास्थ्य से संबंधित और आर्थिक पक्ष से संबंधित हो सकते हैं ।यात्रा में विशेष सावधानी बरतें व वाहन सावधानी से चलाएँ ।अपने आपको
आध्यात्मिक ऊर्जा से सरोबार रखें। विष्णु भगवान के मंत्रों का जाप ,अपने ईष्ट व गुरु मंत्रों का जाप निरंतर करते रहे ।
ग्रहण का राशियों पर असर आपकी दशा अंतर्दशा के अनुसार आपको परिणाम देगा । यदि आपकी दशा अंतर्दशा अनुकूल नही है तो ग्रहण के परिणाम आपको ग्रहण के उपरांत भी देखने को मिलेंगे और इसके उपाय व दान पुण्य ग्रहण के बाद भी करते रहना चाहिए ।
Dr Neelima an Educationalist,Astroguide & Vastu Expert blessed by Devguru Brihaspati for insightful Astro and Vastu guidance
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